
कलिकाल के चिर आराध्य एवं भक्तजनों की चिर आस्था के लोक मंगलकारी साक्षात देव श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की नित्य प्रति दिवस आस्था और विश्वास व महिमा के प्रचार प्रसार को देखते हुए भारतवर्ष में श्याम प्रेमियों एवं कई भक्ति मंडलों की स्थापना की तथा गुलाबी शहर जयपुर में भी कई मंडल हैं। इसी संदर्भ में श्याम भक्तों के मन में भी एक जागृति जागी और मंडल स्थापना का विचार हुआ। सर्वप्रथम 2008 को बाबा की आरती की कुछ भक्तों के मन में विचार आया। कुछ समय पश्चात इस स्वागत कार्यक्रम ने महाआरती एवं प्रसादी वितरण का रूप ले लिया। तत्पश्चात संस्था का रजिस्ट्रेशन सन 2011 में कराया गया जिसका रजिस्ट्रेशन नं. 1088/2011 है। संस्था द्वारा प्रत्येक शनिवार 2 घंटे प्रभु भजन करने का कार्यक्रम शुरू किया गया जो विभिन्न भक्तों के यहाँ रखा गया। आज यह मंडल अपनी सेवा-समर्पण व सुदृढ़ संकल्प शक्ति से एक विशाल वट-वृक्ष का रूप ले चुका है। वर्ष भर में निम्न उत्सव मनाये जाते हैं।
प्रत्येक शनिवार को मंडल के सदस्यों व अन्य श्याम प्रेमी के यहाँ निःशुल्क भजन संध्या का कार्यक्रम किया जाता है, एवं वार्षिक उत्सव मनाया जाता है।
जीवन को सार्थक बनाने के लिए कलियुग में ईश्वर-भजन-प्रार्थना कीर्तन सत्संग आदि पारिवारिक एवं सामाजिक सुख के लिए आवश्यक है। भजनों के प्रति मानव का आकर्षण हमेशा रहा है। भजन निराश जीवन में आशा की किरण फैला रहे हैं। आशा है कि सुविधा पाकर उन्हें सुधारकर पढ़ेंगे तथा त्रुटियों को अपने अमूल्य सुझावों से अवगत कराने का कष्ट करेंगे।
हमें आशा ही नहीं, अपितु पूर्ण विश्वास है कि प्रस्तुत भजन स्मारिका सभी श्याम भक्तों के मानस को भाव-भक्ति की पावन महक से आप्लावित करने में सक्षम हो। इसी आशा एवं विश्वास के साथ…
जय श्री श्याम